प्रदीप सिंह/ डिंडोरी
सर्प दंश से 34 वर्षीय युवक की मौत ,झाड़-फूंक की मान मानसिकता से बाहर नहीं निकल पा रहे सिकता से बाहर नहीं निकल पा रहे ग्रामीण

डिंडोरी जिला आदिवासी बहुल्य क्षेत्र है जहाँ अधिकत्तर सर्प दंश के मामले जिला चिकित्सालय न पहुंचकर गुनिया पंडाओ के पास पहले पहुंचते हैं जिसका परिणाम पीड़ित के अपनो को खोकर चुकाना पड़ता है ऐसा नहीं है कि जिले से ये सर्प दंश का पहला मामला हो अभी तक सैकड़ो सर्प दंश के मामले सामने आ चुके हैं जिनमे से अधिकत्तर मामलों में सर्प दंश के शिकार मरीज को समय पर इलाज मिलने से बचा लिया जाता है आज हम ऐसे ही सर्प दंश के मामले पर बात कर रहे हैं मामला समनापुर जनपद के माधोपुर ग्राम पंचायत के अंतर्गत ग्राम बहेरा टोला से सामने आया है जहां एक 34 वर्षीय युवक की सर्पदंश से मृत्यु हो गई । बताया जाता है कि युवक रामभुवन परमार पिता रतन सिंह निवासी बहेरा टोला रात के समय अपने घर में सोया हुआ था उसी समय किसी जहरीले सर्प ने उसे डस लिया ।घटना की जानकारी परिजनों को लगते ही आनन-फानन में युवक को नजदीकी गांव में झाड़-फूंक के लिए ले जाया गया। आराम ना मिलने पर परिजन उसे जिला चिकित्सालय लेकर पहुंचे जहां इलाज के दौरान के युवक की मृत्यु हो गई। ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर वर्मा ने बताया कि जब युवक को जिला अस्पताल लाया गया तब उसकी स्थिति बहुत ही खराब थी युवक को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किया गया किंतु नहीं बचा
या जा सका।
घटना की जानकारी लगते ही बड़ी संख्या में ग्रामीणों का
जमावड़ा जिला अस्पताल में हो गया सैकड़ों की संख्या में महिला और पुरुष इस दुखद घटना के बाद परिवारजनों के साथ युवक को देखने जिला अस्पताल पहुंच गए ।बताया जाता है कि मृतक राम भुवन के दो बेटे और एक बेटी है